डीएनए हिंदीः कोरोना (Corona) से कराह रहे दक्षिण कोरिया (South Korea) में अब एक बेहद खतरनाक और जानलेवा बीमारी ने दस्तक दे दी है. यह बीमारी किसी भी इंसान के दिमाग को संक्रमित कर सकती है जिससे उसकी जान भी जा सकती है. नेग्लरिया फाउलेरी नामक अमीबा की वजह से होने वाली इस बीमारी को ब्रेन-ईटिंग अमीबा (Brain-Eating Amoeba) भी कहा जाता है. ये अमीबा व्यक्ति के दिमाग में संक्रमण पैदा करता है. इस बीमारी की कोई वैक्सीन नहीं है और यह जानलेवा होती है.

कितनी खतरनाक है यह बीमारी  
इस बीमारी को काफी खतरनाक बताया जा रहा है. दक्षिण कोरिया में इस बीमारी से एक व्यक्ति की मौत भी हो गए है. प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस' (PAM) बीमारी की वजह से मौत हुई है जो नेग्लरिया फाउलेरी नामक ब्रेन-ईटिंग अमीबा की वजह से फैलती है. जानकारी के मुताबिक यह बीमारी पानी के जरिए फैलती है. बीमारी का शुरुआती चरणों में पता लगाना मुश्किल है क्योंकि यह तेजी से फैलती है और इसका पता आमतौर पर रोगी की मृत्यु के बाद चल पाता है. इसके पहले चरण में सिर के आगे हिस्से में तेज दर्द, बुखार, मतली और उल्टी का अनुभव हो सकता है. वहीं, दूसरे चरण में गर्दन में अकड़न, दौरा पड़ना, मानसिक तौर पर असंतुलन और हैलुसिनेशन्स (भ्रम) जैसे लक्षण होते हैं.  गंभीर मामलों में मरीज कोमा में भी जा सकता है.

कैसे फैलती है यह बीमारी  
यह बीमारी एक अमीबा के कारण फैलती है. यह मुख्य रूप से मिट्टी के अलावा झीलों, नदियों और झरनों जैसे गर्म मीठे पानी के स्रोतों में पाया जाता है. पानी के जरिए यह अमीबा किसी भी इंसान के शरीर में पहुंच जाता है. इस बीमारी के कारण अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. 

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what is brain eating amoeba more dangerous than corona found in south korea first case
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कोरोना के बाद अब Brain-Eating Amoeba ने बढ़ाई टेंशन, दक्षिण कोरिया में मिला पहला
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इस बीमारी से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. 

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कोरोना के बाद अब Brain-Eating Amoeba ने बढ़ाई टेंशन, दक्षिण कोरिया में मिला पहला केस, जानें कितनी खतरनाक है यह बीमारी