डीएनए हिंदी: इसी साल 20 फरवरी को यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध (Russia-Ukraine War) शुरू हो गया. युद्ध शुरू हुआ तो दुनियाभर के देशों का अनुमान था कि चंद दिनों में ही रूस अपनी सेना के दम पर यूक्रेन को हरा देगा. इसके बाद यूरोपीय देशों (European Countries) और अमेरिका ने खुलकर यूक्रेन का पक्ष लेना शुरू किया. यही कारण है कि छह महीने से ज्यादा का समय बीत गया है और युद्ध किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाया है. यूरोपीय देश यूक्रेन की मदद के लिए लगातार हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं. इसके अलावा, यूक्रेन को जमकर पैसे भी मिल रहे हैं. अगस्त महीने में ही यूक्रेन को 4.6 अरब डॉलर की अंतरराष्ट्रीय सहायता मिली है. हथियारों और पैसों की लगातार सप्लाई के चलते ही यूक्रेन अभी भी टिका हुआ है और रूस को कड़ी चुनौती दे रहा है.
यूक्रेन के वित्त मंत्री सेरही मार्चेंको ने बताया है कि यूक्रेन को अगस्त में 4.6 अरब डॉलर की अंतरराष्ट्रीय सहायता मिली है. यूक्रेन को सितंबर में अमेरिका से अनुदान सहायता में 1.5 अरब डॉलर और यूरोपीय संघ से सितंबर या अक्टूबर की शुरुआत में मैक्रो-वित्तीय सहायता मिलने की उम्मीद है. 24 जून को, यूरोपीय आयोग ने एक नए असाधारण मैक्रो-वित्तीय सहायता कार्यक्रम के तहत यूक्रेन का समर्थन करने के लिए लोन में 9 बिलियन यूरो तक जारी करने की योजना की घोषणा की.
यह भी पढ़ें- Pakistan: खौफनाक हुआ बाढ़ का कहर, 1,100 से ज्यादा की मौत, फसलों से सड़कों तक सब बर्बाद
अब तक यूक्रेन को मिली 17 बिलियन डॉलर की मदद
इसके अलावा अगस्त में, यूक्रेन को दो चरणों में 1 बिलियन यूरो का सहायता पैकेज मिला. वित्त मंत्रालय के अनुसार, 24 फरवरी को रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरूआत के बाद से, यूक्रेन को अपने सहयोगियों से 17 बिलियन डॉलर की सहायता मिली है. पैसों के अलावा, यूरोप के कई देश और अमेरिका ने यूक्रेन को हथियारों की भी खूब सप्लाई की है. युद्ध की शुरुआत में ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा था कि वह सिर झुकाने को तैयार नहीं हैं बल्कि उन्हें मदद की ज़रूरत है ताकि उनका देश डटकर रूस का मुकाबला कर सके.
यह भी पढ़ें- इजरायली खुफिया एजेंसी के पूर्व प्रमुख ने दिया बड़ा बयान, ईरान के परमाणु प्रोजेक्ट पर कही ये बात
इस युद्ध की वजह से अब तक दोनों देशों को मिलाकर लाखों सैनिकों और आम नागरिकों की जान जा चुकी है. यूरोप और अमेरिका के कई देशों ने रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगा रखे हैं जिनकी वजह से रूस भारी दबाव में भी है. हालांकि, यह युद्ध अब रूस की प्रतिष्ठा का भी सवाल है. यही वजह है कि रूस और यूक्रेन में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है और युद्ध चलता ही जा रहा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
रूस के सामने छह महीने तक कैसे टिक गया यूक्रेन? अमेरिका और यूरोप से मिली मदद उड़ा देगी होश