डीएनए हिंदी: तमिलनाडु (Tamilnadu) के तिरुपुर जिले के किसान जंगली सुअरों से त्रस्त हो गए हैं. किसान वन विभाग से फसलों की तबाही से परेशान हैं. किसानों की मांग है कि या तो जंगली सुअरों को पकड़ लिया जाए, या उन्हें मार दिया जाए, क्योंकि फसलों को सुअर बर्बाद कर रहे हैं. किसान संघ के नेता एसआर मधुसूदनन ने कहा है कि पिछले एक दशक से क्षेत्र के किसान जंगली सुअरों से परेशान हैं.
किसान नेता ने कहा कि फसलों पर हमला करने वाले जंगली सूअर अब उदुमलाईपेट के ग्रामीण आवासों पर भी आक्रमण कर रहे हैं. किसानों ने कहा कि उदुमलाईपेट और गुड़ीमंगलम क्षेत्रों में जंगली सूअरों के हमले के चलते हर दिन भारी नुकसान हो रहा है. किसानों ने शिकायत की, कि जंगली सूअर के हमले में फसलों के लिए लगाए गए पौधे नष्ट हो रहे हैं.
Optical Illusion: इस तस्वीर में छिपा है शुतुरमुर्ग, क्या आप खोज सकते हैं? 99 प्रतिशत लोग इस टेस्ट में फेल
क्यों जंगली सुअरों से परेशान हैं किसान?
वन विभाग के पास जंगली सूअरों के शिकार के खिलाफ कड़े कानून हैं, इसलिए किसान इन जानवरों को मार या पकड़ नहीं सकते. नारियल किसान सोमनाथन ने कहा, 'उदुमलाईपेट में जंगली सूअर कृषक समुदाय के लिए बड़ी समस्याएं पैदा कर रहे हैं और अगर वन विभाग कार्रवाई नहीं करता है, तो यह फसलों के माध्यम से अच्छा राजस्व प्राप्त करने के हमारे सपनों को तोड़ देगा.'
रैली में लड़की को स्कर्ट में देख भड़क गए लोग, करने लगे बदतमीजी, भागकर बचाई जान, वीडियो Viral
क्या है वन विभाग का रिएक्शन?
क्षेत्र के किसानों ने वन विभाग से तुरंत कार्रवाई करने और फसलों के आक्रमण और विनाश को रोकने के लिए जंगली सूअरों को पकड़ने या मारने का आग्रह किया है. वन विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने कहा है कि तालुक स्तर पर जंगली सुअरों की मौजूदगी पर नजर रखने के लिए विभाग ने पहले ही एक राज्य स्तरीय टीम का गठन कर दिया है. किसानों को घनी झाड़ियों को हटा देना चाहिए जिससे जंगली सुअर यहां छिप न सकें. (इनपुट: IANS)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
कानून ने दी जंगली सुअरों को ताकत तो किसान की जान पर आई बात, पढ़ें तमिलनाडु में कैसे हो रही तबाही