Chandrayaan 3 Landing: अमित शाह से लेकर राजनाथ सिंह तक, चंद्रयान-3 के लैंडिंग पर क्या बोले नेता?

चंद्रयान-3, चंद्रमा पर दस्तक दे चुका है. प्रोपल्शन मॉड्यूल, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर, तीनों ठीक से काम कर रहे हैं. देश, अंतरिक्ष में कई देशों को पीछे छोड़ चुका है. प्रज्ञान रोवर, चांद की सतह पर छाप छोड़ रहा है. ऐसे में देश के राजनेताओं का इसपर क्या कहना है, जानने के लिए देखें वीडियो.

Chandrayaan-3 -landing: जब चांद पर छपा अशोक स्तंभ और ISRO, प्रज्ञान रोवर ने क्या किया?

चंद्रमा पर चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की सफल लैंडिंग के बाद अगला चरण शुरू हो गया है. अगले चरण में लैंडर विक्रम से रोवर प्रज्ञान बाहर आ चुका है. 14 दिनों तक काम करने वाला ये रोवर अब चांद की सतह पर घूम रहा है और इसने अपना काम शुरू कर दिया है. दरअसल लैंडर के अंदर मौजूद प्रज्ञान रोवर ने बाहर निकलकर अपना पहला कदम चांद की धरती पर रखा. इस कदम के साथ ही चांद की मिट्टी पर भारत का राजकीय चिह्न यानी अशोक स्तंभ छप गया. बता दें कि चांद पर रिसर्च वर्क करने के लिए भेजे गए प्रज्ञान रोवर को वहां की जमीन पर भारत की मौजूदगी दिखाने के लिए भी डिजाइन किया गया है. रोवर के छह पहिये हैं, जो चांद की धरती का डाटा प्रोवाइड कराने के लिए डिजाइन किया गया है. इन्हीं पहियों में सबसे पीछे वाले पहियों पर भारत का राजकीय चिह्न यानी अशोक स्तंभ और ISRO का LOGO गुदा हुआ है. इसके चलते प्रज्ञान रोवर चांद की धरती पर जहां भी घूमेगा, वहीं पर पीछे-पीछे ये निशान भी धरती पर बनते चले जाएंगे. चांद पर हवाएं नहीं चलती हैं. इसके चलते ये निशान मिटने की संभावना नहीं है यानी भारत की मौजूदगी हमेशा के लिए वहां छपकर रह जाएगी.