ISRO में बिताए दिन – वह ईमानदारी मज़े की थी

वैज्ञानिकों की ज़िंदगी के आस-पास आज बहुत ग्लैमर पसरा हुआ है. क्या सब दिन इतना ही ग्लैमर था या कैसी थी विक्रम साराभाई के मूल्यों से सींची वह ज़िंदगी?