P.C.Mahalanobis: कहानी उस शख्स की जिसने 'संख्या' से विकास का आंदोलन रच दिया

संख्याएं ना होतींं तो योजनाओं के ढांचे भी खड़े न होते. सांख्यिकी के अभाव में विकास की योजनाएं कैसे सिरे चढ़ती? इसका उत्तर भी महालनोबीस को जाता है.