Paschimottanasana: पाचन तंत्र में सुधार के लिए हर रोज करें यह आसन, तनाव भी रहेगा दूर
पश्चिमोत्तानासन शब्द संस्कृत के मूल शब्दों से मिलकर बना है 'पश्चिम' जिसका अर्थ है 'पीछे' या 'पश्चिम दिशा', 'तीव्र खिंचाव' और 'आसन' यानी 'मुद्रा'. इसका सम्पूर्ण मतलब इस आसन में बैठ कर शरीर के बीच के हिस्से में तीव्र खिंचाव पैदा करना है.