Kargil Vijay Diwas: "जब यह खत आपको मिलेगा, मैं ऊपर आसमान में अप्सराओं के पास रहूंगा" - विजयंत थापर
Kargil Vijay Diwas : "मुझे कोई पछतावा नहीं है; शायद मैं फिर से इंसान बना तो फ़ौज में ही जाऊंगा और अपने देश के लिए लडूंगा. " करगिल हीरो Vijayant Thapar अपने आखिरी खत में.