Repo Rate: क्या RBI बेसिस पॉइंट में करेगा बढ़ोतरी, जानें यहां 

RBI 6 अप्रैल को रेपो दर में एक बार फिर से बढ़ोतरी कर सकती है. आइए जानते हैं कितने प्रतिशत आधार अंकों की बढ़ोतरी हो सकती है.

Inflation In India: काबू में क्यों नहीं आ रही मंहगाई? RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने दिया इस सवाल का जवाब

शक्तिकांत दास ने कहा है कि देश में महंगाई दर के टारगेट को 2-6 फीसदी ही रहने पर सहमति बनी है और इसमें कोई बदलाव नहीं होगा.

Inflation : SBI का दावा- अक्तूबर की बारिश से बढ़ेगी महंगाई, क्या फिर महंगा होगा कर्ज?

SBI Research ने  चिंता जताई है कि अक्तूबर माह में हुई बेमौसमी बरसात के कारण महंगाई में कमी आने की संभावना नहीं है.

RBI MPC Meeting :  ब्याज दरों में बदलाव की संभावना कम, महंगाई बेकाबू होने पर बाकी देशों में है ये व्यवस्था 

RBI MPC Meeting: SBI ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि MPC की बैठक एक तय प्रकिया का हिस्सा है और इसमे कुछ भी अप्रत्याशित नहीं है.

सितंबर में Wholesale Inflation में राहत, लगातार चौथे महीने आई कमी  

खाद्य वस्तुओं और ईंधन के दाम में कमी आने से थोक कीमतों पर आधारित महंगाई सितंबर में लगातार चौथे महीने घटकर 10.7 फीसदी पर आ गई.

अगर 15 रुपये तक सस्ता होता फ्यूल तो जानें कितनी कम हो जाती महंगाई?

Inflation in India: आरबीआई गवर्नर ने एमपीसी की बैठक में मौजूदा वित्त वर्ष में महंगाई अनुमान में कोई बदलाव ना करते हुएउ 6.7 फीसदी पर रखा है. 

WPI Inflation: अगस्त में 11 महीने के निचले स्तर पर आई थोक महंगाई, लगातार तीसरे महीने गिरावट

WPI Inflation in August:देश में थोक महंगाई लगातार तीसरे महीने कम हुई है, जो कम होकर 12.41 प्रतिशत पर आ गई. यह आंकड़ा 11 महीने के निचले स्तर पर है. 

Shaktikanta Das ने कहा, इस महान क्रिकेटर के बैटिंग स्टाइल को फॉलो कर रहा है RBI

Shaktikanta Das ने कहा कि मुझे याद है कि 70 के दशक में जब सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) अपने चरम पर थे, तो आपको लगता होगा कि वो काफी स्लो खेल रहे हैं, लेकिन अचानक आप देखते हैं कि उन्होंने शतक बना लिया है. 

Wholesale Inflation in July: रिटेल महंगाई के बाद अब थोक महंगाई भी हुई कम, आंकड़ों में देखें कितनी मिली राहत 

Wholesale Inflation in July: होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) पर आधारित महंगाई इससे पिछले महीने 15.18 फीसदी और मई में 15.88 फीसदी की रिकॉर्ड ऊंचाई पर थी. यह पिछले साल जुलाई में 11.57 फीसदी थी. 

6 महीने से सहनसीमा के पार महंगाई, सरकार का दावा- दुनिया की सबसे तेज इकोनॉमी बनेगा भारत 

मुद्रास्फीति लगातार छह महीने से 6 प्रतिशत के टॉलरेंस लेवल से ऊपर बनी हुई है. विकास धीमा होने की कोई संभावना नहीं है और भारत इस साल व अगले साल सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी बना रहेगा.