पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है!एक्सिडेंट हुआ, नहीं मिला इलाज, बिना पैरों के लगाई IIT से Google तक की छलांग
कहते हैं मन के हारे हार है और मन के जीते जीत. ये कहानी है ऐसे ही बहादुर और दृढ निश्चयी नागा नरेश की. इन्होंने बचपन में एक हादसे में अपने पैर खो दिए लेकिन हौसलों की उड़ान को रुकने नहीं दिया.