Video: DNA Hindi Exclusive Interview- Actor Ashish Vidyarthi से सीखें Vlogging की बारीकियां
DNA Hindi से खास बातचीत में एक्टर आशीष विद्यार्थी ने बताया कैसे उन्होंने रखा Vlogging की दुनिया में कदम. साथ ही सुनें उनकी जिंदगी के कुछ दिलचस्प किस्से.
नए एग्जाम पैटर्न से छात्रों को क्या होगा फायदा?
CUET Exam के नए पैटर्न से छात्रों को काफी फायदा होगा. इस वीडियो में हम आपके सारे सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे जो CUET को लेकर आपके पास हैं.
IPL मैच से पहले जानें कौन सी टीम रही मैदान में सबसे कामयाब और उनका सफर
IPL 2022 की शुरूआत 26 मार्च से होने वाली है, इस बार IPL में 10 टीम हिस्सा लेंगी जिनमें से 5 टीमें नए कप्तान और 5 टीमें अपने पुराने कप्तान के साथ मैदान में उतरेंगी. तो इस वीडियो में जानते हैं टीमों के पिछले परफॉर्मेंस के बारे में और जानते हैं कि इस बार कौन सी टीम मैदान में झंडे गाड़ने वाली है.
यूक्रेन के कितने लोग छोड़ चुके हैं देश और किन देशों में पहुंचे रिफ्यूजी?
पिछले कई दिनों से रूस यूक्रेन पर जबरदस्त हमले कर रहा है. ऐसे में अपनी जान बचाने के लिए और खुद को सुरक्षित रखने के लिए यूक्रेन के लोग अपना देश छोड़ने को मजबूर हो गए हैं. रूसी हमले के बीच अब तक 6 लाख से ज्यादा लोग अपना देश छोड़ दूसरे देशों में जा चुके हैं. इस वीडियो में जानते हैं कि अब तक यूक्रेन के सबसे ज्यादा रिफ्यूजी किन देशों में पलायन कर चुके हैं.
भगवान शिव को चढ़ाए जाने वाले धतूरे के हैं कई फायदे
शिवरात्रि के दिन महाकाल को धतूरा जरूर चढ़ाया जाता है. धतूरे का भोग लगाने से जहां भगवान शिव जीवन के दुख हर लेते हैं, वहीं यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है. ऐसे में महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर जानते हैं कि धतूरे का फल कितने फायदे (Datura Benefits) देता है.
कैसे बनता है अलग देश, क्या है नियम?
रूस यूक्रेन के बीच जंग अभी भी चल रही है. अगर रुस यूक्रेन के कई हिस्सों पर कब्जा कर उन्हें अलग देश बनाने की घोषणा कर दे तो क्या होगा. ऐसे में सभी के मन में ये सवाल उठ रहा है कि क्या सिर्फ एक घोषणा के साथ ही किसी भी क्षेत्र को अलग देश का दर्जा मिल जाता है? क्या ये इतना आसान है और अगर नहीं तो अलग देश बनने के लिए क्या नियम है? ये सब जानेंगे आज के DNA एक्सप्लेनर में.
कनाडा के कॉलेजों में हुआ भारतीय छात्रों के साथ धोखा!
कनाडा के क्यूबेक में अचानक से 3 कॉलेजों के दिवालिया घोषित किए जाने से हजारों की तादाद में भारतीय छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है.