इस खास तरीके से बनाए जा रहे दिवाली के लिए दिये
पर्यावरण-अनुकूल दिवाली को बढ़ावा देने के लिए, जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले की महिलाओं के एक समूह ने गाय के गोबर का उपयोग करके पारंपरिक दीपक बनाना शुरू कर दिया है. इस पहल के साथ, वे प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा दे रहे हैं. इन उद्यमशील महिलाओं ने पर्यावरण-अनुकूल 'दीया' बनाने के एक अनूठे मिशन की शुरुआत की, जो न केवल घरों को रोशन करेगा बल्कि पर्यावरण को भी पोषित करेगा.
Opinion: गोधन न्याय योजना: किसानों और गोवंशों के चहुमुंखी कल्याण का वैज्ञानिक मॉडल
Godhan Nyaya Yojana: बीते कुछ वर्षों में देश के अन्य हिस्सों की तुलना में उत्तर भारतीय राज्यों में आवारा पशुओं की मौजूदगी किसानों के लिए नई त्रासदी बन कर उभरी है. इस मुद्दे पर पढ़ें डॉक्टर गिरीश कुमार का लेख.
डीजल नहीं गाय के गोबर से चलता है यह ट्रैक्टर, इसकी खासियत जान आप भी हो जाएंगे शॉक
गाय के गोबर से चलने वाले इस ट्रैक्टर का नाम New Holland T7 है और यह 270 हॉर्स पावर का है.
Cow Dung: गाय के गोबर से ब्लैक फंगस का खतरा, उपले के धुएं से अपंगता भी संभव-यूएस स्टडी
Cow dung is Reason of fungus: गाय-भैंस का गोबर ब्लैक फंगस का कारण बनता है और तो और इसका धुंआ अंपगता की वजह बन सकता है. ऐसा यूएस की एक स्टडी में सामने आया है. इस रिपोर्ट से जुड़ी जानकारी आपके लिए खास है अगर आप उपले या गाय के गोबर का प्रयोग करते हैं.
Cow Dung से दूर होती है सारी बाधा, इससे बनवाएंगे CNG, बयान के बाद ट्रोल हुए सीएम योगी के मंत्री
पशुधन और दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि घर में गोमूत्र का छिड़काव करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं.