कैसे खत्म हुआ Buddha और Jain के समकालीन रहा धर्म Ajivik?
आजीविकों (Ajivik) का मानना था कि जो भी करना है कर लो लेकिन होगा वही जो लिखा जा चुका है. ये कर्म के सिद्धांत को सीधे-सीधे नकारते थे. इसकी वजह से बौद्ध (Buddhism) और जैन (Jainism) धर्मों (Religions) के अनुयायियों से इनकी ठनी रहती थी.