Video: Independence Day 2022- भारत पर हमला कर फंसा पाकिस्तान, गंवा बैठा कश्मीर
साल 1948… देश की आजादी की महक अभी हर जगह फैली ही हुई थी…लेकिन उसी साल दिल्ली के बिरला हाउस में 30 जनवरी 1948 को एक ऐसी घटना हुई जिसने पूरे देश में मातम फैलाया. भीड़ में तीन गोलियां चली और सब कुछ खत्म हो गया. नाथूराम गोडसे ने गांधी जी को तीन गोलियां मारी. मृत्यु से पहले महात्मा गांधी के मुंह से निकले वो आखिरी अल्फाज थे ‘हे राम’... दूसरी बड़ी घटना इस साल की थी जम्मू-कश्मीर से जुड़ी. जम्मू-कश्मीर की कहानी सैकड़ों साल पुरानी है. ये वही साल था जब पहली बार कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र तक पहुंचा. सवा साल के युद्ध के बाद 31 दिसंबर 1948 को सीजफायर लागू कर दिया गया