डीएनए हिन्दी: ठग और बदमाश किसी को नहीं छोड़ते. दिल्ली में आतंकियों के साथ लोहा लेते हुए कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए जवान की पत्नी अब ठगी की शिकार हो गई हैं. बताया जा रहा है कि पति की शहादत के बाद पीड़िता को सरकार की तरफ से 20 लाख रुपये की मदद मिली थी. ठगों को इसकी भनक लग गई. उन्होंने पीड़िता से संपर्क साधा और सोने में निवेश से मोटा मुनाफा का लालच देकर पैसे ठग लिए. पीड़िता ने 11 महीने पहले ही इसकी शिकायत की थी. अब जाकर इस मामले में FIR दर्ज की गई है.
बताया जा रहा है कि पीड़िता का नाम नीतू सिंह है. उनके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. वह दक्षिण दिल्ली में रहती हैं. नीतू मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली हैं. नीतू के पति का नाम संजय सिंह था. वह सीआरपीएफ में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे. 2016 की बात थी और उनकी तैनाती कश्मीर में थी. पुलवामा के पंपोर में आतंकवादियों ने बड़ा हमला किया था. उसमें 8 जवानों के साथ संजय सिंह भी शहीद हो गए. संजय की शहादत पर सरकार ने उनके परिवार की मदद की. उन्हें 20 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई.
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हिन्दुस्तान में छपी खबर के मुताबिक, नीतू सिंह ने बताया कि दिल्ली के देवली में ब्लू स्टार ज्वेलर के नाम से एक दुकान है. दुकान के मालिक का नाम कुशल कंवर है. उसने पीड़िता को बताया कि बैंक में बहुत कम रिटर्न मिलता है. ऐसे में वह सोने में पैसा निवेश करे उसे बढ़िया मुनाफा मिलेगा. नीतू कहना है कि एक साल तक कोई रिटर्न नहीं मिलने पर जब कुशल कंवर के पास गई तो उसने कहा कि सोने की दाम गिरावट आई है और उसे नुकसान हो गया है. बाद में उसने पैसा देने से ही इनकार कर दिया.
नीतू ने बताया कि मैं इस पैसे अपने बच्चों के लिए घर बनाना चाहती थी, लेकिन अब यह पूरा होता नहीं दिख रहा है.
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ठग ने शहीद की विधवा तक को नहीं छोड़ा, 20 लाख रुपये ऐंठे!