डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में अजित पवार की वजह से सियासी भूचाल आ गया है. एक तरफ जहां शरद पवार विपक्षी एकजुटता की कवायद कर रहे हैं, दूसरी तरफ अजित पवार ने पूरी पार्टी ही उनके हाथों से छीन ली है. अपने 8 विधायकों के साथ उन्होंने रविवार को डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली है. महाराष्ट्र की सियासी हलचल पर शरद पवार की प्रतिक्रिया सामने आई है.
शरद पवार ने कहा है कि यह उनके लिए नया नहीं है. उन्होंने कहा कि आज जो कुछ भी हुआ उससे उन्हें कोई चिंता नहीं है. इससे पहले, उनके भतीजे अजित पवार, पहले भी साल 2019 में ऐसा कर चुके हैं.
अब अजित पवार एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए हैं. उन्होंने राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अजित पवार के अलावा 8 अन्य एनसीपी विधायकों ने महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली. अजित पवार की बगावत पर शरद पवार की प्रतिक्रिया सामने आई है.
इसे भी पढ़ें- शरद पवार से बगावत, MVA को झटका, एकनाथ शिंदे-फडणवीस के साथ क्यों गए अजित पवार? खुद दिया जवाब
शरद पवार ने क्या-क्या कहा?
एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा, 'मुझे बहुत से लोगों से फोन आ रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अन्य लोगों ने मुझे फोन किया है. आज जो कुछ भी हुआ मुझे उसकी चिंता नहीं है. कल मैं वाईबी चव्हाण का आशीर्वाद लूंगा और एक सार्वजनिक बैठक करूंगा.'
इसे भी पढ़ें- Maharashtra NCP Crisis Live: अजीत पवार ने NCP पर ठोका दावा, कहा- पार्टी और सिंबल हमारा, इसी पर लड़ेंगे चुनाव
शरद पवार ने कहा, 'मैंने 6 जुलाई को सभी नेताओं की एक बैठक बुलाई थी, जहां कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी थी और पार्टी के भीतर कुछ बदलाव किए जाने थे. उससे पहले ही कुछ नेताओं ने अलग रुख अपनाया है.'
'...उम्मीद है विधायक हो गए होंगे आरोप मुक्त'
शरद पवार ने कहा, 'दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने NCP के बारे कहा था कि एनसीपी खत्म हो चुकी पार्टी है. उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र किया. मुझे खुशी है कि मेरे कुछ साथियों ने आज शपथ ली है. उनका सरकार में शामिल होने से यह स्पष्ट है कि वे सभी आरोप मुक्त हो गए हैं.'
'गुगली नहीं ये डकैती है'
अजित पवार के अचानक पलटने से शरद पवार बेहद नाराज हैं. शरद पवार ने कहा, 'ये गुगली नहीं है, ये रॉबरी है. ये छोटी बात नहीं है.'
'...कोई नई बात नहीं है'
शरद पवार ने कहा, 'यह कोई नई बात नहीं है. 1980 में मैं जिस पार्टी का नेतृत्व कर रहा था, उसके 58 विधायक थे. बाद में सभी चले गए और केवल 6 विधायक बचे. मैंने संख्या को मजबूत किया और जिन्होंने मुझे छोड़ा वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में हार गए.'
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
'गुगली नहीं ये डकैती है, कल करूंगा सार्वजनिक बैठक' अजित पवार की बगावत पर बोले शरद पवार