डीएनए हिंदी: राजस्थान की कांग्रेस सरकार से बर्खास्त किए गए पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने बुधवार को कथित लाल डायरी के तीन पन्ने जारी किए. सबसे पहले उन्होंने सीएम अशोक गहलोत के बेटे और राजस्थान क्रिकेट असोसिएशन के चेयरमैन वैभव गहलोत पर आरोप लगाए. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें डराने-धमकाने की कोशिश हो रही है, चुप रहने और माफी मांगने को कहा जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को कोई शक हो तो धर्मेंद्र राठौड़ की हैंड राइटिंग को डायरी के पन्नो में लिखी गई हैंड राइटिंग से मिला लें. धर्मेंद्र राठौड़ कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता और अशोक गहलो के काफी करीबी हैं.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस लाल डायरी के कुछ पन्ने दिखाते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, 'डायरी में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के लेन-देन कोड वर्ड में हैं और मुख्यमंत्री के सचिव और उनके बेटे वैभव गहलोत के बारे में भी बातें लिखी गई हैं.' जारी किए गए पन्नों के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं: 'वैभव जी और मैंने आरसीए चुनाव खर्चों पर चर्चा की, कैसे भवानी सामोता तय करने के बाद भी सार्वजनिक पैसा नहीं दे रहे हैं. भवानी सामोता ने अधिकांश लोगों से किया हुआ वादा पूरा नहीं किया है. मैंने कहा कि यह ठीक नहीं है तो भवानी सामोता ने कहा कि मैं इसे सीपी साहब के संज्ञान में रखूंगा, फिर मैं आपको 31 जनवरी तक बताऊंगा.'
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अशोक गहलोत के करीबियों पर लगाए आरोप
बता दें कि भवानी सामोता पूर्व आरएएस अधिकारी और आरसीए के वर्तमान सचिव हैं. ऐसा दावा किया जाता है कि वह विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी के करीबी हैं. अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत वर्तमान आरसीए अध्यक्ष हैं. गुढ़ा ने दावा किया कि इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ की लिखावट है और कहा कि वह इस डायरी के पन्नों के बारे में खुलासे करते रहेंगे. राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, 'इस डायरी के पन्ने मेरे एक भरोसेमंद आदमी के पास भी हैं, अगर मैं जेल गया तो वह व्यक्ति इन पन्नों को आप तक भेजता रहेगा.'
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राजस्थान सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, 'मैं सरकार को ब्लैकमेल नहीं कर रहा हूं बल्कि सरकार मुझे ब्लैकमेल कर रही है और रंधावा ने मुझ पर माफी मांगने का दबाव भी डाला था. मैं इस डायरी को विधानसभा में रखना चाहता था ताकि सभी तथ्य आधिकारिक तौर पर सामने आ जाएं.' मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद राजेंद्र गुढ़ा ने सदन में लाल डायरी लहराकर हड़कंप मचा दिया था. वह 24 जुलाई को लाल डायरी लेकर विधानसभा अध्यक्ष के सामने पहुंचे और संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल की टेबल पर पहुंचे और अपना माइक नीचे रख दिया. इस दौरान उन्हें कांग्रेस विधायकों ने धक्का देकर दूर कर दिया. गुढ़ा को पूरे सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया. गुढ़ा के साथ-साथ बीजेपी के विधायक मदन दिलावर को भी निलंबित कर दिया गया.
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राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने खोल दी 'लाल डायरी', जानिए किस पर लगाए आरोप