डीएनए हिंदी: आज भारतीय सिनेमा के मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर और कंपोजर आर डी बर्मन जी की 84वीं बर्थ एनिवर्सरी है. आर.डी बर्मन (R.D. Burman) जी को लोग प्यार से पंचम दा कहकर बुलाया करते थे. हालांकि उनका पूरा नाम राहुल देव बर्मन था. पंचम दा ने 1960 से लेकर 1980 तक में बॉलीवुड में कई गानों को अपने म्यूजिक से सुपरहिट बनाया. पंचम दा जितना ज्यादा अपने म्यूजिक के लिए जाने जाते थे उतने ही अपनी आवाज के लिए भी मशहूर थे. आज उनकी उनकी 84वीं बर्थ एनिवर्सरी है पर हम आपके बताने जा रहे हैं उनके जीवन के कई ऐसे सुपर हिट गाने जिनके लोग आज भी हैं दीवाने और उन गानों जैसा म्यूजिक शायद ही आज कोई दे पाए. सत्ते पे सत्ते फिल्म का दिलबर मेरे से लेकर शोले का महबूबा ओह महबूबा जैसे गानों से उन्हें आज भी लोग याद करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने अपने करियर का पहला गाना महज 9 साल की उम्र में कंपोज किया था अगर नहीं तो चलिए उनके इस किस्से से लेकर उनके गानों के हर हिस्से तक को आज हम आपके सामने रखेंगे.
नौ साल की उम्र में किया पहला गाना कंपोज
पंचम दा उर्फ आर डी बर्मन का जन्म 27 जून 1939 को कोलकाता में हुआ. करीब तीन दशकों तक हिंदी सिनेमा पर राज करने वाले पंचम दा ने 300 से ज्यादा फिल्मों को अपना म्यूजिक दिया. उनके पिता सचिन देव बर्मन भी बॉलीवुड के महान संगीतकारों में से एक थे. अपने पिता को देखते हुए ही उन्हें बचपन से ही संगीत से प्यार हो गया. आर डी बर्मन महज 9 साल के जब उन्होंने अपना पहला गाना ऐ मेरी टोपी पलट के आ कंपोज किया था.
आर डी बर्मन के सदाबहार 10 गाने
दिलबर मेरे-1982
अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी की स्टारर मूवी को भला कौन भूल सकता है जिसमें सात भाईयों की कहानी है. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, अमजद खान, शक्ति कपूर मुख्य भूमिका में थे. इस फिल्म का सुपरहिट सॉन्ग दिलबर मेरे आज भी कई लोग सुनना पसंद करते हैं. इस गाने को किशोर कुमार ने अपनी आवाज दी थी.
महबूबा ओह महबूबा 1975
शोले एक आईकोनिक फिल्म थी जिसमें धर्मेंद, सुनील दत्त, अमिताभ और अमजद खान मुख्य भूमिका में थे. इस फिल्म का गाना महबूबा ओह महबूबा के लिरिक्स आनंद बख्शी ने लिखे थे. इस गाने को गाया और डायरेक्ट खुद आर डी बर्मन ने किया था.
गुलाबी आंखे जो तेरी देखी-1970
द ट्रेन का गुलाबी आंखे जो तेरी देखी शराबी ये दिल हो गया. ये इतना फेमस गाना है कि आज भी कई लोग इसका रिमिक्स बना चुके हैं. लेकिन जो मजा ओरिजनल सॉन्ग में था वो किसी और में कहां. इस गाने को मोहम्मद रफी साहब ने अपनी आवाज दी थी और पंचम दा ने म्यूजिक.
आपकी आंखों में कुछ 1978
विनोद खन्ना की घर फिल्म का ये गाना आज भी लोग गुनगुनाते हैं. इस गाने को किशोर कुमार और लता मंगेशकर जी ने गाया था और इस गाने का संगीत पंचम दा ने तैयार किया था.
ओह मेरे दिल के चैन 1972
फिल्म मेरे जीवन साथी के ओह मेरे दिल के चैन, चैन आए मेरे दिल को दुआ कीजिए गाने को किशोर कुमार ने गाया और आर डी बर्मन ने कंपोज किया था. इसमें राजेश खन्ना और तनुजा दी मुख्य भूमिका में थे.
एक अजनबी हसीना से यूं मुलाकात हो गई-1974
राजेश खन्ना और जीनत अमान की फिल्म अजनबी का ये गाना आज भी आशिकों की जान है. इस गाने को पंचम दा ने कंपोज किया था और किशोर कुमार ने इसे अपनी आवाज दी थी.
क्या हुआ तेरा वादा-1977
फिल्म हम किसी से कम नहीं के इस गाने क्या हुआ तेरा वादा को मोहम्मद रफ़ी और सुषमा श्रेष्ठ ने अपनी आवाज दी थी और इसे आरडी बर्मन ने कंपोज किया था.
रिमझिम गिरे सावन-1979
साल 1979 में रिलीज हुई फिल्म मंजिल फिल्म के इस गाने को बारिश के दिनों में लोग खूब सुनना पसंद करते हैं. इस गाने को अमिताभ बच्चन और मौसमी चटर्जी पर फिल्माया गया था. इस गाने को किशोर कुमार ने अपनी आवाज दी थी और आर जी बर्मन ने म्यूजिक.
तुम क्या जानो मोहब्बत क्या है-1979
फिल्म हम किसी से कम नहीं का एक और गाना 'तुम क्या जानो मोहब्बत क्या है' को आज भी काफी सुना जाता है. इसे आर डी बर्मन और कंपोज किया था
तुम आ गए हो नूर आ गया है-1975
फिल्म आंधी का ये गाना जिसे किशोर कुमार, लता मंगेशकर और आरडी बर्मन ने मिलकर खाया था. आज भी फैंस को खूब पसंद आता है इसका म्यूजिक भी आरडी बर्मन ने दिया था.
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