बिजनेस और फाइनेंस की दुनिया में दखल देने वाले लोगों के बीच एक रियलिटी शो पिछले दिनों काफी पॉपुलर हुआ. नाम है- शार्क टैंक इंडिया. मगर इस रियलिटी शो से जो नाम सबसे ज्यादा पॉपुलर हुआ वो था - अशनीर ग्रोवर.
फिनटेक कंपनी Bharatpe के फाउंडर और इस शो के जज अशनीर एक तरफ अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे तो दूसरी तरफ कंपनी में चल रहे विवादों को लेकर भी. आखिर में उन पर फंड के दुरुपयोग का आरोप लगा और उन्हें उसी कंपनी से बाहर निकाल दिया गया, जिसकी उन्होंने शुरुआत की थी. वैसे इतिहास में ऐसे और भी नाम दर्ज हैं-
Slide Photos
Image
Caption
स्टीव जॉब्स ने सन् 1976 में एप्पल इंक की नींव रखी और इसे टेलीकम्युनिकेशन के क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी भी बनाया.सन् 1985 में उन्हें कुछ आपसी मतभेदों और विवादों की वजह से अपनी ही कंपनी से निकाल दिया गया था.वह 90 के दशक के आखिरी सालों में फिर से एप्पल के सीईओ बने. एक बार सन् 2015 में अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि इस बात का अहसास मुझे तब नहीं हुआ लेकिन बाद में पता चला कि एप्पल से निकाला जाना मेरे जीवन की सबसे अच्छी घटना थी. इसकी वजह से मैं अपनी जिंदगी के सबसे क्रिएटिव दौर में शामिल हो पाया.जब स्टीव जॉब्स एप्पल में काम नहीं कर रहे थे तब उन्होंने दो और सक्सेसफुल कंपनियां NeXT और Pixar लॉन्च कीं. उन्होंने कहा था कि अगर मुझे एप्पल से नहीं निकाला जाता तो मैं ऐसा नहीं कर पाता.
Image
Caption
अक्टूबर 2007 में फ्लिपकार्ट की शुरुआत की गई थी. शुरू करने वाले थे सचिन बंसल और बिन्नी बंसल. आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई और अमेजन में नौकरी के बाद दोनों ने फ्लिपकार्ट की शुरुआत की. अमेरिका की वॉलमार्ट ने मई में फ्लिपकार्ट को खरीदने की घोषणा की तो दूसरे सह-संस्थापक सचिन बंसल अपनी हिस्सेदारी बेचकर कंपनी से अलग हो गए थे.उन्होंने अपने सारे स्टॉक्स एक बिलियन डॉलर से ज्यादा की कीमत में बेच दिए थे. इसके बाद बिन्नी बंसल ने भी इस्तीफा दे दिया. वॉलमार्ट में उनके खिलाफ गलत व्यवहार को लेकर शिकायतें भी की गई थीं.
Image
Caption
ऐप आधारित कैब प्रोवाइडर कंपनी उबर की शुरुआत करने वाले ट्रेविस कैलानिक को भी सीईओ का पद छोड़ना पड़ा था. साल 2009 में उन्होंने उबर की शुरुआत की. इसके 8 साल बाद साल 2017 में उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. उन पर उबर के ऑफिस में यौन उत्पीड़न, भेदभाव और गलत व्यवहार के मामलों को नजरअंदाज करने का आरोप लगा था. उसके बाद उबर के कुछ बड़े निवेशकों ने उन्हें उनके पद से हटा दिया था.
Image
Caption
जैक डोर्सी, इवान विलिय्मस, बिज स्टोन और नो ग्लास ने मिलकर साल 2006 में ट्विटर की शुरुआत की थी. शुरुआत में जैक डोर्सी कंपनी के सीईओ बने थे. लेकिन लगातार उनके खराब मैनेजमेंट की वजह से साल 2008 में इवान विलियम्स ने उन्हें कंपनी से निकाल दिया था. इवान उस समय में कंपनी के प्रमुख निवेशक और चेयरमैन थे. साल 2015 में डोर्सी की कंपनी में वापसी हुई थी.