रेप पीड़िताओं की मदद के लिए छोड़ दी नौकरी, योगिता ने पैसे और आराम को मारी ठोकर

पढ़ाई पूरी करने के बाद योगिता को किंगफिशर में नौकरी मिल गई लेकिन साल 2002 में उनकी जिंदगी ने यूटर्न लिया.