लेट-लतीफी की हद्द है! एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पहुंचने में इस भारतीय ट्रेन ने लगा दिये साढ़े तीन साल
यह कहानी भारतीय रेलवे की है, जहां ट्रेनों का लेट होना उतना ही आम है जितना कि रोज सुबह का सूरज उगना. जापान में तो 1 मिनट की देरी पर रेलवे माफी मांगता है, लेकिन भारत में माफी? इस शब्द से दूर-दूर तक लेन लेना-देना नहीं है. हम जिस ट्रेन की बात कर रहे है वह तो पूरे साढ़े तीन घंटे लेट है.