Sawan Kanwar 2024: सावन में कावड़ लाने के पीछे क्या है रहस्य, जानें क्यों भरकर लाया जाता है जल, रावण से जुड़ी है कथा
सावन माह के शुरुआत होते ही सड़कों पर कांवड़ियों रैला दिखाई पड़ने लगता है. शिवभक्त कांवड़िये अपने कंधों पर जल रखकर हरिद्वार से पैदल अपने घर आते हैं. यह प्रथा कई युगों से चली आ रही है. आइए जानते हैं इसके पीछे रहस्य
'गुड्डू, मुन्ना या फत्ते का क्या करोगे' Akhilesh Yadav ने क्यों पूछा है योगी सरकार से ये सवाल
Akhilesh Yadav on Muzaffarnagar Police: मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा के दौरान सड़क किनारे की सभी दुकानों और ढाबों पर मालिक के नाम वाले बोर्ड टंगवाए हैं. इसे लेकर अखिलेश यादव भड़क गए हैं.
Kanwar Yatra 2024: 'हिंदू नाम वाले ढाबे, मुस्लिम हैं मालिक' मंत्री ने उठाया था ये मुद्दा, अब आया ऐसा आदेश
Kanwar Yatra 2024: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में नेशनल हाइवे पर बने कई ढाबों के नाम हिंदू देवी-देवताओं पर हैं, लेकिन मालिक मुस्लिम हैं. इसे लेकर कई बार विवाद हो चुका है. इसके चलते पिछले दिनों मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने चेतावनी भी दी थी.
Kanwar Yatra 2024: कल से बंद हो रहा ये नेशनल हाइवे, दिल्ली के आसपास इन रास्तों पर एक महीने तक बदला रहेगा ट्रैफिक
Kanwar Yatra 2024 Traffic Diversion: कांवड़ यात्रा के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सड़कों पर करोड़ों शिव भक्त कांवड़ियां गंगा जल लाने के लिए पैदल निकलते हैं. इसके चलते कई जगह रूट डायवर्जन प्लान लागू कर ट्रैफिक को दूसरे रास्तों से भेजा जाता है.
Kanwar Yatra 2024: इस दिन से थम जाएंगे वेस्ट यूपी में वाहन, यूपी के मंत्री ने दी मुस्लिमों को ये बड़ी चेतावनी
Kanwar Yatra 2024: सावन महीने में हरिद्वार से करोड़ों कांवड़ियों के सड़कों पर पैदल निकलने के कारण हर बार ट्रैफिक डायवर्जन लागू होता है. उधर, राज्य के मंत्री व मुजफ्फरनगर विधायक कपिल देव अग्रवाल ने मुस्लिमों से कहा है कि वे अपनी दुकानों के नाम हिंदू देवी-देवताओं के ऊपर ना रखें. इससे माहौल बिगड़ सकता
Dak Kanwar Yatra 2022: क्यों अलग होती है डाक कांवड़ यात्रा, जानें इसकी रोचक बातें
आज से यानी 14 जुलाई से सावन की कांवड़ यात्रा (Sawan Kanwar Yatra) भी शुरू हो गई है. सावन मास में भगवान शिव (Lord Shiva) का गंगाजल से अभिषेक (Abhishek with Gangajal) करने के लिए कांवरिए कठिन नियमों के साथ कठोर शारीरिक श्रम (Hard Physical Labor with Strict Rules) भी करते हैं. डाक कांवड़ के नियम आम कांवड़ यात्रा से अलग होते हैं. तो चलिए जानें कि कावड़ यात्रा कब और किसने शुरू की थी और सावन में और कितने तरह की कांवड़ यात्रा होती है.