One Nation One Election: क्या है 'वन नेशन, वन इलेक्शन' बिल? जिसपर छिड़ा सियासी घमासान
पूरे देशभर में अभी 'वन नेशन, वन इलेक्शन’ को लेकर व्यापक चर्चा हो रही है. मोदी सरकार ने इस बिल को पहले ही कैबिनेट से मंजूरी दे दी है. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि सरकार और विपक्ष के बीच इस मुद्दे पर सहमति कैसे बनती है. आइए इस बिल के जरिए समझने का प्रयास करते हैं कि आखिर 'वन नेशन, वन इलेक्शन’ है क्या ?
वन नेशन-वन इलेक्शन के प्रस्ताव का 32 पार्टियों ने किया समर्थन, जानें कितने दलों ने किया विरोध
वन नेशन-वन इलेक्शन पर राय लेने के लिए 62 राजनीतिक दलों से संपर्क किया था जिनमें से 47 ने जवाब दिया. इनमें से 32 ने एक साथ चुनाव कराने का समर्थन किया.
One Nation, One Election: 'एक देश-एक चुनाव' पर बनी कमेटी ने क्या-क्या कहा? यहां पढ़ें एक-एक डिटेल्स
One Nation, One Election: पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के नेतृत्व वाली एक समिति ने गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 'वन नेशन वन इलेक्शन' पहल पर एक व्यापक रिपोर्ट सौंपी है. आइए जानते हैं इस समिति ने क्या-क्या सिफारिशें की हैं.
'Deepfake पूरी दुनिया के लिए बड़ी चुनौती है' पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया Fake News के खिलाफ आगाह
Deepfake Challenge: पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने डिजिटल माध्यमों के जरिये झूठी जानकारी फैलाने के खतरे को लेकर भी चिंता जताई. उन्होंने युवाओं से इसके खिलाफ लड़ने की अपील की.
'एक देश-एक चुनाव' हो या नहीं? समिति ने मांगा जनता से सुझाव
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई वाली समिति ने एक साथ चुनाव कराने पर जनता से राय मांगी है.
One Nation One Election लागू होने की संभावना, क्या हैं इसके फायदे और नुकसान
केंद्र सरकार ने 'वन नेशन, वन इलेक्शन' को लेकर बड़ा फैसला लिया है. इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक कमेटी तक गठित कर दी गई है. ये कमेटी कानून के सभी पहलुओं पर विचार करेगी और ‘एक देश, एक चुनाव’ की संभावना का पता लगाएगी. आपको बता दें कि 18 से 22 सितंबर तक लोकसभा और राज्यसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है. जिसके बाद कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार संसद के विशेष सत्र के दौरान ‘एक देश एक चुनाव’ को लेकर बिल पेश कर सकती है. इस जिसको लेकर सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है. तो जानते हैं क्या हैं इसके फ़ायदे और नुक़सान
राष्ट्रपति Droupadi Murmu कार्यकाल के आखिरी दिन भी रचेंगी ये इतिहास, कोविंद के नाम भी दर्ज हुआ ये रिकॉर्ड
Droupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहली आदिवासी महिला के रूप में देश से सबसे बड़े संवैधानिक पद की शपथ लेकर इतिहास बना दिया है. उनकी विदाई के दौरान भी एक रिकॉर्ड बनेगा.
Ram Nath Kovind: शहीद की पत्नी को देख छलके आंसू, गांव की मिट्टी को लगाया माथे से, नहीं भूलेगा देश राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की विनम्रता
President Ram Nath Kovind Memorable Tenure: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अगले कुछ दिनों में राष्ट्रपति भवन खाली कर देंगे और उनका कार्यकाल खत्म होने वाला है. बतौर राष्ट्रपति कोविंद (Ram Nath Kovind) को हमेशा उनकी सादगी और विनम्रता के लिए याद किया जाएगा. राष्ट्रपति रहते हुए उन्होंने कई बार कुछ ऐसा किया जिसने सीधे लोगों के दिल को छुआ था.
Yashwant Sinha को खामोश क्यों नजर आ रहे हैं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद?
यशवंत सिन्हा ने कहा है कि बीते 5 साल में देश के एक खामोश राष्ट्रपति देखा है. उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना भी साधा है.