विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर दो नरेंद्र का राष्ट्रीय चिंतन

स्वामी विवेकानंद का सन्यासी जीवन से पूर्व का नाम भी नरेंद्र था और भारत के प्रधानमंत्री भी नरेंद्र है. जगह भी वही है, शिला भी वही है और चिंतन का विषय भी . ध्यान और चिंतन भारतवासियों के लिए जीवन पद्धति का भाग है. लेकिन अधिकतर व्यक्ति अपनी आत्मोन्नति और आत्मविकास के लिए ध्यान और चिंतन करते है.