International Women's Day: भारत में अभी-भी संघर्षपूर्ण है महिलाओं का जीवन

भारतीय समाज में अभी-भी महिलाओं के मन में असुरक्षा का भाव रहता है. इसके साथ ही पर्याप्त प्रतिनिधित्व ना मिलने के कारण उनकी मुश्किलें बढ़ जाती हैं.

क्या केवल गर्भ में ही सुरक्षित हैं लड़कियां?

इस सुसाइड नोट में उसने यह दर्ज किया है कि उसे यह महसूस हुआ कि माँ के गर्भ और कब्र के अतिरिक्त दुनिया में कोई और सुरक्षित जगह नहीं है.