Death Anniversary Special: कमलेश्वर की साफ़गोई से इंदिरा गांधी भी प्रभावित थीं
- कविता
कमलेश्वर की कलम पानी जैसी थी, वे उसे जिस विधा में रख देते वह उसी के रंग में ढल जाती थी.
कमलेश्वर की कलम पानी जैसी थी, वे उसे जिस विधा में रख देते वह उसी के रंग में ढल जाती थी.