UN से नाराज हैं नोबेल पुरस्कार विजेता Kailash Satyarthi , बोले- 2 देशों के बीच युद्ध का खामियाजा बच्चे ही भुगतते हैं
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी लॉरेट्स एंड लीडर्स फॉर चिल्ड्रन कॉन्क्लेव में एक नई वैश्विक पहल SMGC का आगाज किया.
‘है’ से ‘था’ हो जाना जिंदगी का सबसे कड़वा और दुखदायी सत्य है
सच दो तत्वों से बनते हैं. वे हैं- समय और स्थान. इन्हीं दोनों से हम सबकी ज़िंदगी के बनने या बिगड़ने की, सुख या दुख की, जन्म और मृत्यु की अनगिनत कहानियां बनती हैं. और फिर जिंदगी ऐसी लिखी-अनलिखी कहानियों की किताब बन जाती है.
Nobel Prize विजेता कैलाश सत्यार्थी के गुनहगार दोषी करार, 20 साल बाद मिला न्याय, जानिए पूरा मामला
कैलाश सत्यार्थी ने एक सर्कस में काम करने वाली नाबालिग लड़कियों का रेस्क्यू किया था. उनकी टीम पर सर्कस मालिक ने धावा बोल दिया था. अब इस केस में 20 साल बाद इंसाफ हुआ है.