इस कलेक्टर ने हजारों तालाब बनवाकर मालवा की धरती में फूंके प्राण

मालवा 2006-07 तक कभी बूंद-बूंद पानी के लिए तरसता था. यहां के देवास रेलवे स्टेशन पर पीने के लिए पानी की गाड़ी आती थी तब लोगों की प्यास बुझ पाती थी.