LAC पर दिखने लगा समझौते का असर, भारत-चीन के बीच डिसइंगेजमेंट शुरू, हटाए गए टेंट

पिछले कुछ सालों से LAC पर चला आ रहा गतिरोध अब कम होता दिख रहा है. भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में डेमचौक और देपसांग क्षेत्रों में सैनिकों की वापसी का काम शुरू हो चुका है. यह कदम BRICS सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई चर्चा के बाद उठाया गया है.

SCO समिट में शरीक होने आज Pakistan पहुंचेंगे जयशंकर, इस दौरे पर नवाज शरीफ का आया बड़ा बयान

पिछले नौ सालों में यह पहला मौका है, जब किसी भारतीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तान की यात्रा की है. इससे पहले 2015 में तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एक कॉन्फ्रेंस में शामिल होने इस्लामाबाद गई थीं. इस समिट के दौरान इस्लामाबाद में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

करने गया था अच्छी नौकरी, लेकिन चरवाए गए ऊंट... Saudi Arabia से लौटे भारतीय मजदूर ने सुनाई आपबीती

भारतीय मजूदर ने खाड़ी देशों में रोजगार के नाम पर हो रहे शोषण को उजागर किया है. उसने बताया कि कैसे अच्छी नौकरी के नाम तपते रेगिस्तान में उससे ऊंट चरवाए गए.

Russia Ukraine War: यूक्रेन में भारतीय हथियार पहुंचने से नाराज हुए Putin, भारत बोला- झूठी है रिपोर्ट

Russia Ukraine War: एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि यूक्रेन में भारतीय हथियार मिलने के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन बेहद नाराज हैं. यह भी दावा किया गया है कि इस मामले को लेकर रूस 2 बार भारत से इसके लिए अपना विरोध जता चुका है.

फिर क्यों है G7? जेनेवा में S. Jaishankar का पश्चिमी देशों को करारा जवाब, जानें क्या था पूरा मामला

विदेश मंत्री S. Jaishankar ने जेनेवा में एक सवाल में BRICS के खिलाफ उठाए गए तर्कों का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि BRICS को G7 और G20 जैसे मौजूदा समूहों के साथ स्वीकार किया जाना चाहिए.

मालदीव के राष्ट्रपति मोइज्जू अगले सप्ताह भारत दौरे पर आएंगे, बिगड़ते रिश्तों के बीच कई मायनों में अहम होगा ये दौरा

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अगले हफ्ते भारत के दौरे पर आएंगे. लगातार भारत और मालदीव के बीच बिगड़ते आपसी रिश्ते को मजबूत करने के क्षेत्र में ये दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

Video- भारत को विश्वगुरु बनाने वाली 'मोदी नीति'!

2014 के बाद भारत को नरेन्द्र मोदी के रूप में एक मजबूत प्रधानमंत्री मिले जिनकी वजह से आज भारत विश्वगुरू बनने की दहलीज पर है. ये भारत की विदेश नीति की ही ताकत है कि आज अमेरिका भी भारत से मजबूत रिश्ते चाहता है और रूस भी भारत का पक्का दोस्त है.