Farmers Protest: शंभू बॉर्डर पर पीछे हटे किसान, सरकार से होगी बातचीत? रविवार को फिर दिल्ली कूच की तैयारी
दिल्ली मार्च को तैयार किसानों ने मार्च शुरू होने के साढ़े तीन घंटे बाद ही पैर पीछे खींच लिए. किसान नेता सरवन सिंह ने बताया कि पुलिस ने बल प्रयोग करके उन्हें रोकने की कोशिश की.
Farmers Protest: सरकार को ललकारने Ramlila Ground पहुंचे किसान
Kisan Mahapanchayat In Delhi: दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर कई दिनों तक धरना देने के बाद अब किसान (Farmers) दिल्ली (Delhi) के अंदर दाखिल हो चुके हैं. 14 मार्च को किसानों को बिना ट्रैक्टर, बिना लाठी और बिना भारी भीड़ के दिल्ली (Dilli) में घुसमे की इजाजत मिल गई. जिसके बाद सभी किसान संगठनों (Kisan Union) ने शांतिपूर्वक ढंग से दिल्ली के रामलीला मैदान (Ramlila Maidan) में किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) का आयोजन किया. जिसमें हजारों की संख्या में किसान (Farmers) शामिल हुए. किसानों ने सरकार (Central Government) (PM Modi) को भी ललकार लगाई और अपनी मांगों को सबके सामने रखा. देखिए किसानों ने और क्या-क्या कहा-
Farmers Protest: किसान आंदोलन के 17वें दिन क्या बोले Sarwan Singh Pandher?
Farmers Protest: किसान नेता सरवन सिंह पंधेर (Sarwan Singh Pandher) ने कहा, "खनौरी और शंभू बॉर्डर पर मार्च का आज 17वां दिन है. हमें जानकारी मिली है कि (शुभकरण सिंह (Shubh Karan Singh) की मृत्यु के मामले में) आईपीसी की धारा 302 और 114 के तहत एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है... साथ ही आज हम मृतक (शुभकरण सिंह) के शव को खनौरी बॉर्डर (khanauri border) पर ले जाएंगे और उनका अंतिम संस्कार (Cremation) उनके पैतृक गांव में किया जाएगा.
Farmers Protest से पहले Delhi बना अभेद किला, Border पर सजी कंटीली तारें और बैरिकेट्स
Farmers Protest: 13 फरवरी को किसानों (Farmers) द्वारा निर्धारित 'दिल्ली चलो' (Delhi Chalo) मार्च की उम्मीद में दिल्ली की सीमाओं (Delhi Border) पर सुरक्षा इंतेजाम (Security Arrangements) तेज कर दिए गए हैं. दिल्ली के बॉर्डर्स पर बैरिकेड्स और कंटीले तार (Barricades And Sharp Wires) लगा दिए गए हैं. दिल्ली में प्रवेश करने वाले ट्रैक्टरों और ट्रॉलियों (Tractors And Trolleys) पर एक महीने तक का प्रतिबंध (Ban) लगा दिया है.