पुस्तक अंश: बारिश की बूंदें ​गिरते ही बदल जाता था मेरा शहर नैनीताल

हिंदी के प्रसिद्ध लेखक देवेंद्र मेवाड़ी ने अपने शहर को याद करते हुए एक किताब लिखी है- छूटा पीछे पहाड़. इस किताब का एक अंश हम प्रकाशित कर रहे हैं.