Yoga For Kids: स्ट्रेस कर रहा है परेशान तो सिर्फ 30 मिनट करें ये 5 योगासन, दूर हो जाएगी सारी टेंशन

आज के समय में युवा और बुजुर्ग ही नहीं बच्चे भी स्ट्रेस में रहते हैं. यह स्ट्रेस उन्हें एग्जाम, करियर का चुनाव और पढ़ाई के दबाव से मिलता है. इसका असर बच्चों की परफॉर्मेंस पर पड़ता है, जिसे निपटने के लिए योगासन बेहद लाभकारी है. 

Yoga For Cholesterol: सुबह उठते ही करें ये तीन काम, बिना दवाई के ही कम हो जाएगा हाई कोलेस्ट्राॅल और मोटापा

योगासन करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. इन्हीं में से तीन योगासन ऐसे हैं, जिन्हें नियमित रूप से करने पर हाई कोलेस्ट्राॅल भी कंट्रोल हो जाता है.

Yoga Tips: हार्ट से लेकर नसों तक को स्ट्रॉग कर देगें ये 4 योगासन, पिघलकर बाहर आ जाएगा कोलेस्ट्रॉल

खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. यह एक मोम जैसा पदार्थ होता है, जो नसों में भरकर दिल के लिए खतरा पैदा करता है.

Halasana: हर रोज बस 10 मिनट करें यह आसन, शुगर लेवल होगा कंट्रोल, मिलेंगे और भी कई फायदे

हलासन दो शब्दों 'हल' और 'आसन' से मिलकर बना है. इस योग को करने में शरीर की मुद्रा हल की तरह होती है.

Shalabhasan: वजन कम करने के लिए हर रोज करें यह आसन, यहां जान लें आसान तरीका

शलभासन संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है. पहला 'शलभ' यानी टिड्डे या कीट (Locust) और दूसरा 'आसन' यानी मुद्रा. अंग्रेजी भाषा में इस आसन को 'ग्रासहोपर पोज' कहा जाता है.

Marichyasana: पढ़ाई में नहीं लगता मन तो रोज करें मरीच्यासन, मिलेंगे और भी कई फायदे

मरीच्यासन का नाम ऋषि मरीचि के नाम से रखा गया है. अंग्रेजी में इसे 'सेज मारिची ट्विस्ट पॉज' (Sage Marichi Twist Pose) कहा जाता है.

Parvatasana: पीठ दर्द से हैं परेशान? यह आसन चुटकियों में दिलाएगा राहत

पर्वतासन संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है. पहला 'पर्वत' यानी पहाड़ और दूसरा 'आसन' यानी मुद्रा. अंग्रेजी भाषा में इस आसन को Mountain Pose कहा जाता है.

Naukasana: कब्ज-एसिडिटी से छुटकारा दिलाएगा यह आसन, कमर का दर्द भी होगा दूर

नौकासन संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है. पहला 'नौका' यानी नाव और दूसरा 'आसन' यानी मुद्रा. इसका आकार नाव की तरह का होता है. अंग्रेजी भाषा में इस आसन को Boat Pose कहा जाता है.

Paschimottanasana: पाचन तंत्र में सुधार के लिए हर रोज करें यह आसन, तनाव भी रहेगा दूर

पश्चिमोत्तानासन शब्द संस्कृत के मूल शब्दों से मिलकर बना है 'पश्चिम' जिसका अर्थ है 'पीछे' या 'पश्चिम दिशा', 'तीव्र खिंचाव' और 'आसन' यानी 'मुद्रा'. इसका सम्पूर्ण मतलब इस आसन में बैठ कर शरीर के बीच के हिस्से में तीव्र खिंचाव पैदा करना है.