Karnataka Polls 2023: लिंगायत जिसके साथ सत्ता उसकी, क्यों मजबूत है ये समुदाय, क्या है सियासी ताकत?
लिंगायत 12वीं शताब्दी के समाज सुधारक बासवन्ना के अनुयायी हैं, जिन्होंने मूर्ति पूजा और जातिगत भेदभाव को चुनौती दी थी. वह सभी लिंग और धर्मों के लिए समानता का धर्म चाहते थे. कई पिछड़ी जाति के लोग कठोर हिंदू जाति व्यवस्था से बचने के लिए लिंगायत बन गए.