Sambhal Jama Masjid Survey: उत्तर प्रदेश के संभल जिले की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद में नया मोड़ आया है. मस्जिद के नवंबर में हुए सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट कमिश्नर रमेश राघव ने सीलबंद लिफाफे में संभल जिला अदालत में गुरुवार को दाखिल कर दी है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन भारतीय पुरातात्विक सर्वे (ASI) के एक्सपर्ट्स द्वारा कई दिन तक मस्जिद का गहन निरीक्षण करने के बाद तैयार की गई रिपोर्ट को लेकर सूत्रों ने कई अहम दावे किए हैं. सूत्रों का दावा है कि 40 पेज की रिपोर्ट के साथ साढ़े चार घंटे की वीडियोग्राफी और करीब 1200 फोटो जमा किए गए हैं, जिनमें मस्जिद की जगह पहले मंदिर होने के संकेत देने वाले कई साक्ष्य मिले हैं. बता दें कि हिंदू संगठन लगातार दावा कर रहे हैं कि जामा मस्जिद से पहले इस जगह पर हरिहर मंदिर था. मंदिर को तोड़कर ही मस्जिद का निर्माण किया गया था. इसे लेकर ही संभल में हिंसा हुई थी, जिसमें चार लोग मारे गए थे.
नवंबर में हुआ था सर्वे
शाही जामा मस्जिद का 19 और 24 नवंबर को कोर्ट के आदेश पर सर्वे किया गया था. इसी सर्वे की सीलबंद रिपोर्ट कोर्ट कमिश्नर रमेश राघव ने सीनियर सिविल कोर्ट में दाखिल की है. सूत्रों का दावा है कि सर्वे में मस्जिद के अंदर दो वट वृक्ष पाए गए हैं. वटवृक्ष हिंदू धर्म में पूजे जाते हैं और इस कारण मंदिर परिसरों का हिस्सा होते हैं. सूत्रों ने मंदिर परिसर में कमल के फूल के 50 से ज्यादा निशान होने का दावा किया है. साथ परिसर के अंदर एक कुआं भी होने का दावा किया है, जिसका आधा भाग मस्जिद भवन के अंदर है, जबकि बाहर वाला आधा भाग ढक दिया गया है.
भवन के ढांचे में कंस्ट्रक्शन से किए गए हैं बदलाव
सूत्रों ने यह भी बताया है कि सर्वे में मस्जिद भवन में कंस्ट्रक्शन के जरिये कई बदलाव करने की भी पुष्टि हुई है. पुराने ढांचे को बदलने के लिए गुंबद के हिस्से को प्लेन किया गया है. मंदिर की शेप पर प्लास्टर लगाकर पेंट से ढका गया है. मस्जिद के अंदर बड़े गुंबद पर लंबी चेन से झूमर लटकाया गया है, जबकि ऐसी चेन मस्जिदों में नहीं बल्कि मंदिर में घंटे को टांगने के लिए किया जाता है.
दो दिन में साढ़े चार घंटे की वीडियोग्राफी
सूत्रों ने बताया है कि सर्वे में पहले दिन डेढ़ घंटे और दूसरे दिन करीब तीन घंटे समेत कुल साढ़े चार घंटे की वीडियोग्राफी की गई है. साथ ही करीब 1200 फोटो भी अलग-अलग जगह के क्लिक किए गए हैं. इनके आधार पर 40 पेज की सर्वे रिपोर्ट तैयार की गई है. सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल सर्वे रिपोर्ट को सार्वजनिक करने पर रोक लगा रखी है. इसलिए रिपोर्ट में असल में क्या मिला है, यह जानने के लिए इंतजार करना होगा.
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कमल का फूल और कुआं, जानें संभल जामा मस्जिद की 40 पेज की सर्वे रिपोर्ट में क्या है?